गैस्ट्रोलॉजी क्या है? । What is Gastrology

आज के इस आधुनिक दुनिया में केवल technology ही नहीं बल्कि व्यवहारिक और सांसारिक जीवन भी आधुनिक हो गया। यदि बात करें आधुनिकता की तो आज के समय लोग कई तरह के अलग अलग और नई चीजें करना पसंद करते हैं।

जिसमें की लोग खाने की variety के साथ भी experiment करते रहते हैं, जिससे कि लोगों को अच्छा स्वाद तो मिलता है परंतु ऐसा खाना खाने से पेट की कई सारी समस्याएं शुरू हो जाती हैं, और इसीलिए आज हम gastrology के बारे में जानेंगे।

gastrology medical science की साखा है जो पेट से जुड़ी सारी समस्याएं पर आधारित है।

तो आज के इस article में हम जानेंगे gastrology क्या है? साथ ही में इससे जुड़ी कई अन्य समस्याएं के बारे में भी जानेंगे। इसीलिए आज के इस article को बड़े ही ध्यान पूर्वक पढ़ें और हमारे साथ अंत तक बने ‌रहे।

आज हम जानेंगे?

Gastrology क्या है?

Gastrology पाचन तंत्र और उसके विकारों पर केंद्रित दवा की शाखा है।

Gastrology gas का दर्द होता है जो कि मुख्य रूप से पेट के ऊपर वाले हिस्से में महसूस होता है। gastric की समस्या एक बहुत ही आम समस्या है जो कि ना केवल युवाओं को बल्कि बच्चे और बूढ़े में भी देखने को मिलती है।

gastroenterology small intestine, esophagus, pancreas, stomach, colon and rectum, gallbladder, bile ducts और Liver के सामान्य कार्य और रोगों का अध्ययन है।

इसमें पेट और आंत के माध्यम से सामग्री की आवाजाही सहित gastrology अंगों की सामान्य क्रिया की विस्तृत समझ शामिल है।

शरीर में पोषक तत्वों का पाचन और absorption, सिस्टम से कचरे को हटाना और पाचन अंग के रूप में यकृत का कार्य।

इसमें colon polyps और Cancer, hepatitis, gastroesophageal reflux (heartburn), peptic ulcer disease, colitis, gallbladder और biliary tract disease जैसी सामान्य और महत्वपूर्ण स्थितियां शामिल हैं। पाचन अंगों की सभी सामान्य गतिविधि और रोग gastrology के अध्ययन का हिस्सा हैं।

इसे भी जरूर पढ़ें

आज के इस article में हम इन सभी सवालों के जवाब ढूंढेंगे।

  • Gastric समस्याओं के लक्षण?
  • Gastric समस्याओं का कारण?
  • Gastric समस्या checkup?
  • Gastric ठीक करने के घरेलू उपाय?

Gastric समस्याओं के लक्षण?

gastric समस्याओं के यह सभी लक्षण है।

  • पेट फूलना
  • खट्टी डकार आना
  • मल के साथ खून निकलना
  • कब्ज होना
  • पेट दर्द होना
  • बदबूदार सास आना
  • उदरीय सूजन
  • दस्त लगना
  • डकार आना

Gastric समस्याओं का कारण?

यदि आपको भारी gas की समस्या है तो इसका मुख्य कारण आपका बहुत लंबे समय तक भूखे पेट रहना हो सकता है।

इसका एक कारण यह भी हो सकता है की आप बहुत ज्यादा अस्वस्थ और मसालेदार खाना खाते हो, साथ ही इसका कारण यह भी हो सकता है कि आप अपने भोजन को अच्छी तरह से नहीं चबाते हैं।

Gastric की समस्या आपके चिंता लेने से भी होती है। यह समस्या आपको शराब पीने से भी हो सकते हैं।

इसके साथ ही आपको यदि आपको पेट में जलन, अग्नाशयशोथ, आंत्रशोथ, पथरी, अल्सर, ट्यूमर, बैक्टीरिया के संक्रमण, मधुमेह, विषाक्त भोजन, क्रोहन रोग, सीलिएक रोग, पेप्टिक छाला, आंत्रशोथ इन सभी चीजों से भी आपको gastric की समस्या हो सकती है।

Gastric समस्या checkup?

यदि आप ऊपर दिए गए लक्षणों को देखकर अपने doctor के पास जाते हैं तो आपको doctor checkup केलिए जरूर बोलते हैं, तो फिर आपको gastric का checkup करवाना अनिवार्य हो जाता है, अब बात यह आती है कि इसका कौन-कौन सा checkup होता है जिससे यह पता लगता है कि आपको gas की समस्या है।

  • रक्त परीक्षण
  • इमेजिंग परीक्षण
  • व्श्रास टेस्ट
  • एंडोस्कोपी

रक्त परीक्षण

यदि आपको आंतरिक संक्रमण के बारे में पता करना है तो आपको रक्त परीक्षण करना चाहिए। रक्त परीक्षण एक आम परीक्षण है जो कि ज्यादातर डॉक्टर recommend करते हैं।

यह एक बहुत ही अच्छा तरीका है जिससे पेट की समस्या यदि किसी प्रकार के संक्रमण से हो रहा है तो यह उसको बहुत ही आसानी से पता लगा लेता है।

इमेजिंग परीक्षण

यदि आपको यह पता लगाना है क्या आपके पाचन क्षेत्र में क्या समस्या है तो आपको इसके लिए सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, कंट्रास्ट एक्स-रे और MRI जैसे टेस्ट कराने होते हैं जिससे आपके पेट के क्षेत्रों की scanning की जाती है।

व्श्रास टेस्ट

यदि आपको अपने लैक्टोज के बारे में पता नहीं है और आपको dairy products का सेवन करने के बाद gastric समस्या होने लगती है तो उस परिस्थिति में doctor आपको इस test के लिए बोलता है।

इसमें रोगी को ग्लूकोस का पानी पिलाकर एक मशीन की मदद से doctor आपकी सांस में hydrogen के स्तर का विश्लेषण करता है जो लैक्टिक सहिष्णुता के अस्तित्व को निर्धारित करता है।

एड्रेस्कॉपी

एड्रेस्कॉपी एक प्रक्रिया है जिसमें आपके पाचन तंत्र की पूरी स्थिति का जांच करने के लिए आपके Colon में एक tube जैसी चीज डाली जाती है, gastric समस्याओं के मामले में कोलोनोस्कोपी, ऊपरी एड्रेस्कॉपी, अवग्रहान्त्रदर्शन इन सभी checkups की सलाह दी जा सकती है।

Gastric ठीक करने के घरेलू उपाय?

  • पेय जल

भोजन और पेय पदार्थों से पोषक तत्वों को कुशलतापूर्वक पचाने और अवशोषित करने के लिए शरीर को पानी की आवश्यकता होती है।

निर्जलित होने से पाचन अधिक कठिन और कम प्रभावी हो जाता है, जिससे परेशान पेट होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अतिरिक्त, पीने का पानी नाराज़गी को कम करने में मदद कर सकता है।

  • अदरक

अदरक उन लोगों की मतली और उल्टी को कम करने में मदद कर सकता है जो गर्भवती हैं या जो कीमोथेरेपी से गुजरते हैं। जिन लोगों का पेट खराब है वे अपने भोजन में अदरक को शामिल कर सकते हैं या फिर इसे चाय के रूप में बनाकर पी सकते हैं।

  • तुलसी

तुलसी में ऐसे पदार्थ होते हैं जो gas को कम कर सकते हैं। तुलसी के पत्तों में उच्च linoleic acid का स्तर भी होता है, जिसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं।

  • Alovera का रस

Aloe Vera संवेदनशील आंत की बीमारी और कोलाइटिस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है, इन लाभों के प्रमाण बहुत कम हैं परंतु इसके परिणाम काफी अच्छे हैं।

निष्कर्ष

आज के इस article में हमने जाना Gastrology क्या है। साथ ही हमने Gastric समस्याओं के लक्षण, Gastric समस्याओं का कारण, Gastric समस्या checkup और Gastric ठीक करने के घरेलू उपाय इन सभी के बारे में जाना।

आशा है आज के इस article को पढ़कर आपके मन में Gastrology क्या है से संबंधित जो भी सवाल होंगे उन सभी सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे।

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