Commerce lene ke fayde | कॉमर्स लेने के फायदे

आज इस आर्टिकल में हम कॉमर्स लेने के फायदे (Commerce lene ke fayde),कॉमर्स लेने के क्या क्या फायदे हैं? और 12th में कॉमर्स लेने के फायदे के बारे में विस्तार से पढेंगे।

समय में हर क्षेत्र में बहुत अच्छे अवसर सभी को प्राप्त होती हैं आज जो भी छात्र आप सभी से लेकर पढ़ाई करते हैं उनको बहुत अच्छे अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं आज इस आर्टिकल में commerce लेने के फायदे के बारे में जानेंगे जो भी छात्र 12वीं या 10वीं परीक्षा के बाद commerce विषय से पढ़ाई करना चाहते हैं या अपना ग्रेजुएशन commerce विषय से करना चाहते हैं उनके मन में एक प्रश्न हमेशा रहता है कि commerce lene ke fayde क्या है? आज इस आर्टिकल में आप इसी विषय के बारे में विस्तार से जानेंगे।

कॉमर्स लेने के फायदे (Commerce lene ke fayde)

कॉमर्स लेने के फायदे अनेक हैं कॉमर्स अभी के समय छात्रों में बहुत प्रचिलित कोर्स है कॉमर्स कोर्स कने के बाद आपको बहुत सारे Career Option मिलते हैं आप finance बैंक जैसे संस्थाओं में कम कर सकते हैं और कॉलेज में पढ़ा सकते हैं और बही बहुत कुछ फायदे हैं।

  1. अगर आप business और finance क्षेत्र में जाना चाहते हैं या आगे अपना future accounting सेक्टर में लगाना चाहते हैं तो कॉमर्स आपके लिए सबसे बेहतर option में से एक है। इस डिग्री की मदद से आप accounting, finance operation, Taxation और दूसरे कई field में अपना career बना सकते हैं।
  1. इसमें students को good accounting, account profit and loss और कंपनी कानून की जानकारी दी जाती है जो कि आपके business के लिए बहुत ही लाभप्रद है। साथी साथ core banking और Insurance sector के लिए भी काफी लाभप्रद है।
  1. इस कोर्स को करने के बाद छात्र M.Com, MBA, CFA जैसे higher education वाले कोर्स कर सकते हैं यही नहीं कमेंट और private sector में Accounting, Banking, Finance के Field में नौकरी के लिए अप्लाई भी किया जा सकता है।
  2. इस कोर्स को करने के बाद आप Traniee Associate Finance Officer ,Finance Controllor, Finance Planner, Risk management, Money Market dealer, Insurance manager की नौकरी पा सकते हैं। साथ ही साथ आप Management और financial क्षेत्र में expert नॉलेज के साथ-साथ expert view का होना भी जरूरी होता है।

दसवीं के बाद कॉमर्स लेने के फायदे

अधिकतर लोगों को दसवीं के बाद कॉमर्स लेने के फायदे (Commerce lene ke fayde) के बारे में पता ही नहीं होता , अधिकतर लोग यह सोचकर कॉमर्स लेते हैं कि उनका साइंस कमजोर है किंतु आज मैं आपको कॉमर्स लेने के फायदे के बारे में बताने जा रही हूं:

1. कॉमर्स लेने के बाद आप Charted accountant यानी CA बन सकते हैं। अगर आप Charted accountant बन जाते हैं तो आप महीने में लाखों रुपए कमा सकते हैं। Charted accountant बनना कठिन होता है इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है।

अगर आप लगन के साथ commerce stream से पढ़ाई करते हैं और आगे charted accountant बन सकते हैं।

2. दूसरे फायदे की बात करें तो अगर आप कॉमर्स लेते हैं तो इसके बाद आप कंपनी के secretary के रूप में काम कर सकते हैं जिससे भी बड़ी-बड़ी कंपनियां होती है उन्हें अपने यहां पर एक कंपनी सेक्रेटरी अवश रखने की आवश्यकता पड़ती है यह भी जॉब commerce stream के Student के द्वारा ही किया जाता है और यह जॉब बहुत ही अच्छी रहती है।

3. इसके अलावा आपको management, accountant का भी काम कॉमर्स लेने के बाद कर सकते हैं। यहां पर cost management accountant का काम यह रहता है कि कितना माल आना चाहिए कितना माल हमें खरीदना चाहिए। इस हिसाब से बेचना चाहिए मतलब यह आपको बिल्कुल business field के लिए सबसे best option में से एक है।

4. अगर आप कॉमर्स स्ट्रीम से पढ़ाई करते हैं तो आप किसी भी फील्ड में मैनेजर बन सकते हैं। 40 से ज्यादा ऐसे क्षेत्र है जहां पर मैनेजर की पोस्ट रहती है और आप मैनेजर के पोस्ट के लिए अप्लाई कर नौकरी पा सकते हैं। आप बैंक में मैनेजर बन सकते हैं होटल में मैनेजमेंट के मैनेजर बन सकते हैं किसी भी कंपनी के किसी भी डिपार्टमेंट के आप मैनेजर बन सकते हैं।

5. सबसे बड़ा फायदा आपको कॉमर्स करने के बाद bank officer बनने का मिलता है अगर आप शुरुआत से ही बैंक लाइन में जाना चाहते हैं तो आप 10 दसवीं के बाद कॉमर्स स्ट्रीम अवश्य लें ताकि आप बैंक ऑफिसर बन सके। ऐसे तो साइंस और आर्ट्स के स्टूडेंट भी बैंक ऑफिसर बन सकते हैं।

किंतु उनको bank officer बनने में काफी कठिनाई आती है interview वगैरह crack करने में दिक्कत आती है क्योंकि उसने उन्होंने शुरुआत से accountant के पढ़ाई नहीं की होती है इसीलिए कॉमर्स वालों के लिए यहां पर बहुत ही लाभप्रद नौकरी बैंक है।

6. इसके अलावा आप टेक्स्ट एडिटर बन सकते हैं किसी भी कंपनी या व्यक्ति का आप टेक्स्ट का ऑडिट कर सकते हैं।

7. इसके अलावा आप अगर शुरुआत से कॉमर्स स्टील से पढ़ते हैं तो आप Tax कंसलटेंट बन सकते हैं। भारत में ऐसे बहुत से लोग हैं जिनको आयकर विभाग के बारे में नियम कानून के बारे में नहीं पता होता है इस तरह में लोग टेक्स्ट कंसलटेंट से राय मशवरा लेते हैं तो यह काफी अच्छा जॉब है।

8. अगर आप दसवीं के बाद बारहवीं कॉमर्स स्ट्रीम से तथा उसके बाद भी भी एक करके आप LLB की डिग्री कर लेते हैं तो आप commercial lawyer बन सकते हैं।

12वीं के बाद कॉमर्स लेने के फायदे

12वीं कर लेने के बाद लोगों के मन में बहुत ही असमंजस जाती है कि वह कौन सा सब्जेक्ट लेकर आगे पढ़ाई करें साथ ही साथ उनके पास बहुत सारी मुफ्त सलाह भी रहती है ऐसे में आप कंफ्यूज हो जाते हैं कि क्या करें और क्या नहीं करें अगर आपने बारहवीं कॉमर्स से की है तो आपके पास कई डिग्री कोर्सेज के ऑप्शन है हम यहां पर आपको कॉमर्स स्ट्रीम के टॉप 8 कैरियर ऑप्शन के बारे में जानकारी देने जा रही हूं

1. बैचलर ऑफ कॉमर्स(B.Com):- 12वीं के बाद कॉमर्स में 3 साल का ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो आप बीकॉम एक अच्छा ऑप्शन है। इसमें कुल मिलाकर 40 विषय होते हैं स्टूडेंट को इन विषयों के अलावा एक विषय में स्पेशलाइजेशन भी कराया जाता है स्पेशलाइजेशन के लिए स्टूडेंट मार्केटिंग मैनेजमेंट अकाउंटिंग और फाइनेंसियल मैनेजमेंट इंटरनेशनल फ्रेंड एंड फाइनेंस इन कॉम बैंकिंग किसी एक विषय चुन सकते हैं। इस डिग्री की मदद से आप अकाउंटिंग फाइनेंस ऑपरेशन और कई फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं।

2. बीकॉम अकाउंटिंग एंड फाइनेंस(B.Com Acct and Finance):- बैचलर ऑफ कॉमर्स इन अकाउंटिंग एंड फाइनेंस 12वीं के बाद किया जाने वाला 3 साल का डिग्री प्रोग्राम में इस कोर्स के बाद अकाउंट और फाइनेंस में कैरियर के मौके काफी होते हैं ,शुरुआती दिनों पर बतौर ट्रेनी अकाउंटेंट काम किया जाता है इस प्रोग्राम में अकाउंट फाइनेंस के करीब 39 विषय पढ़ाए जाते हैं इस डिग्री प्रोग्राम में फाइनेंसियल नॉलेज पर ज्यादा फोकस किया जाता है।

3. बीकॉम बैंकिंग एंड इंश्योरेंस (B.Com Banking and Insurance):- Bachelor of commerce एक professional degree दोनों है इस प्रोग्राम में acconting ,Banking Insurance Law, Banking Law और Insurance discover की जानकारी दी जाती है इस डिग्री में banking और Insurance intrest इसमें आने वाले Topic, Service क्योंकि Systematic study कराई जाती है।

इस कोर्स में 38 विषय होते हैं इसके अलावा बैंकिंग और इंश्योरेंस से जुड़े 2 project भी इस कोर्स को करने के बाद छात्र M.Com जैसे higher education वाले कोर्स कर सकते हैं। इन कोर्स को करने के बाद गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर में अकाउंटिंग बैंकिंग फाइनेंस के फील्ड में भी नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

4. कॉस्ट एंड वर्क अकाउंटेंट(CWA):- Cost Accountant CA से मिलता-जुलता कोर्स है The Institute of Cost and Work accountant of India cost accountancy का कोर्स कर आता है। 12वीं के बाद भी स्टूडेंट्स आई CWA का कोर्स कर सकते हैं इसके लिए 12वीं पास स्टूडेंट को पहले foundation करना होता कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट को कॉस्ट अकाउंटेंट और इससे जुड़े पदों पर काम करने का मौका मिलता है।

इसके बाद द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट ऑफ इंडिया में आवेदन करना होता है एडमिशन के लिए जून और दिसंबर में entance exam होता है फाउंडेशन कोर्स के बाद इंटरमीडिएट कोर्स करना होता है और फिर सीए की तरह ही फाइनल एग्जाम देकर course पुरा होता है।

5. Charted Accountant:- The indian institute of Charted Accountant of India चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स कराती है। CA में कैरियर बनाने के लिए इसकी शुरुआत CPT (common Proficiency Test) से होती है। जिसे पास करने के बाद भी छात्र अपने लक्ष्य के पहले पड़ाव को पार कर दूसरे पड़ाव तक पहुंच सकता है।

इसमें चार विषयों जैसे Accounting Market Ideal general economics एवं quantative aptitude को शामिल किया जाता है मान्यता प्राप्त बोर्ड से कॉमर्स स्ट्रीम में 12वीं पास करने के बाद कोई भी स्टूडेंट CA में कैरियर बना सकते हैं कई बार स्टूडेंट्स CA कोर्स में भाग लेने के लिए अपनी शुरुआत ग्रेजुएशन के बाद भी करते लेकिन सीए कोर्स की लंबी अवधि के कारण इसकी की शुरुआत का सही समय 12वीं पास करने के बाद ही होता है।

यह की तैयारी के लिए छात्रों को पहले अकाउंटिंग में मजबूत पकड़ बनानी चाहिए स्टूडेंट में मैनेजमेंट और फाइनेंसियल क्षेत्र में एक्सपर्ट नॉलेज के साथ एक्सपोर्ट ब्लू का होना भी जरूरी है।

ग्रेजुएशन के बाद कॉमर्स लेने के फायदे

हर स्टूडेंट के पास एक अलग मानसिकता होता है जो उन्हें किसी चीज के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए प्रेरित करता है जिससे उनके नॉलेज में वृद्धि हो सके ग्रेजुएशन सिर्फ एक पढ़ाई का जरिया नहीं बल्कि क्या आपको सूचित कर आता है कि अब आप व्यस्त हो गए हैं अपनी कुशल सोच एवं समृद्धि के साथ अपना फ्यूचर प्लान खुद बना सकते हैं इसलिए पहले वास्तविकता को पहचानने फिर करियर सुनिश्चित करें स्टूडेंट होने के नाते हमें उस फील की जानकारी होना चाहिए जिसके साथ हम अपने फ्यूचर को आगे बढ़ाना चाहते हैं ।

ग्रेजुएशन 12th के बाद किया जाने वाला डिग्री कोर्स है जिसे इंडिया में बैचलर डिग्री को ग्रेजुएशन कहा जाता है समानता ग्रेजुएशन 3 वर्ष का होता है लेकिन कुछ कुछ परिस्थिति में 4 या 5 वर्ष का भी होता है तो हम यहां पर ग्रेजुएशन कॉमर्स स्ट्रीम की बात कर रहे हैं तो उसके बारे में जानकारी जानते हैं कि कॉमर्स स्ट्रीम में ग्रेजुएशन में कॉमर्स लेने के क्या फायदे हैं।

सबसे पहले ग्रेजुएशन में कॉमर्स लेने का मतलब है कि आप बीकॉम करने जा रहे हैं बीकॉम करने के कई सारे फायदे हैं जिसमें से सबसे बड़ा तो यह कि आप ग्रेजुएट हो जाते हैं बीकॉम एक स्नातक पाठ्यक्रम है। जिसे करने के बाद आप उच्च शिक्षा जैसे एमकॉम, एमबीए, एमसीए जैसे कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं आप आसानी से एकाउंटिंग या इस तरह की कई जॉब प्राप्त कर सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होकर सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं बीकॉम करने के बाद यह जैसे बड़े प्रोफेशन में भी आप जा सकते हैं।

Conclusion:-

आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको कॉमर्स सब्जेक्ट से रिलेटेड कुछ महत्वपूर्ण बातों को बताया है कॉमर्स लेने के क्या फायदे हैं दसवीं के बाद कॉमर्स लेने के क्या फायदे हैं 12वीं के बाद कॉमर्स लेने के क्या फायदे हैं ग्रेजुएशन के बाद कॉमर्स लेने के क्या फायदे हैं ग्रेजुएशन सब्जेक्ट में कॉमर्स लेकर हम क्या क्या कर सकते हैं अगर आपको यह जानकारी लाभप्रद लगी है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य साझा करें साथ ही साथ आप अगर इस टॉपिक संबंधित कोई भी जानकारी जानना चाहते हैं तब हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं ।
धन्यवाद

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